◆ पांच अगस्त को सभी पूज्य सन्त-महात्मा अपने-अपने मठ-मन्दिरों, आश्रमों में तथा देश-विदेशों में बसे सभी रामभक्त अपने-अपने घरों या निकट के मन्दिरों या आश्रमों में सामूहिक बैठकर प्रातः 10.30 बजे से अपने-2 आराध्य देव का भजन-पूजन कीर्तन स्मरण करें, पुष्प समर्पित करें, आरती करें तथा प्रसाद बाँटें.
◆ किसी बड़े सभागार/हॉल में टेलीविज़न/परदे द्वारा अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण कार्य के शुभारंभ कार्यक्रम को अपने-2 स्थानों के समाज को लाइव दिखाने की यथासम्भव योजना-रचना करें.
◆ अपना घरों, मुहल्लों, ग्रामों, बाज़ारों, मठ-मन्दिरों, गुरुद्वारों, आश्रमों इत्यादि में यथाशक्ति साज-सज्जा करें, प्रसाद वितरण कर सायंकाल सूर्यास्त के बाद दीप जलाएं.
◆ अपने सामर्थ्य के अनुसार राम मंदिर निर्माण के लिए यथाशक्ति दान का संकल्प करें.
◆ वर्तमान परिस्थितियों में अयोध्या आने से बहुत असुविधा हो सकती है, अतः अपने घरों, निकट के मठ-मंदिरों या स्थानीय सार्वजनिक स्थलों पर ही इस उत्सव को धूमधाम से मनाएं.
◆ प्रचार के सभी साधनों का उपयोग करते हुए समाज के अधिकाधिक लोगों तक इस भव्य कार्यक्रम को पहुँचाएं.
उपरोक्त सभी योजनाओं व कार्यकर्मों में कोरोना से रक्षा के सभी साधन अपनाएं तथा इस सम्बन्ध में आए सरकारी व प्रशासनिक दिशा-निर्देशों का पालन करें.
Comments
Post a Comment