जनकल्याण समिति, अन्य संस्थाओं के सहयोग से बनाएगी सेंटर
पुणे (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जनकल्याण समिति पुणे द्वारा कोविड केयर सेंटर स्थापित किये जाएंगे. जिनकी क्षमता दो से ढाई हजार बेड की होगी. योजना के अनुसार समिति द्वारा अन्य संस्थाओं के सहयोग से स्थापित किये जाने वाले नौ कोविड केयर सेंटर में समुचित व्यवस्थाएं की जाएंगी. तीन केंद्रों ने कार्य करना शुरू कर दिया है.
पुणे महानगर कार्यवाह महेश करपे ने बताया, कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जनकल्याण समिति द्वारा समर्थ भारत पुनर्निर्माण योजना के अंतर्गत पुणे नगर निगम, सह्याद्री अस्पताल और गरवारे कॉलेज के समन्वित प्रयासों से गरवारे कॉलेज में कोविड केंद्र शुरू किया गया है. सोमवार (27 जुलाई, 2020) तक, 88 लोगों को उपचार के लिए केंद्र में भर्ती कराया गया है.
गरवारे कॉलेज छात्रावास में 200 बेड क्षमता के साथ इस केंद्र की स्थापना की गई है. जिन मरीजों को उनके घरों में पूरी तरह से क्वारंटाइन नहीं किया जा सकता और जिनके पास वित्तीय क्षमता नहीं है, उन्हें पीएमसी द्वारा इस केंद्र में भेजा जाएगा. पुणे की कुल जनसंख्या को देखते हुए और रोगियों की बढ़ती संख्या के कारण, समर्थ भारत नौ कोविड देखभाल केंद्र शुरू करने की योजना बना रहा है. इस तरह का दूसरा केंद्र डेक्कन परिसर में महर्षि कर्वे स्त्री शिक्षण संस्था में 100 बेड क्षमता के साथ और एसपी कॉलेज में 300 बेड की क्षमता के साथ शीघ्र ही शुरू होगा. मरीजों को सह्याद्री अस्पताल से प्राप्त क्वारंटाइन पत्र अथवा पीएमसी से आने वाले निर्देशों के अनुसार भर्ती किया जाएगा.
24 घंटे 30 स्वयंसेवकों के लिए प्रबंध किया गया है. प्रत्येक रोगी के लिए दो समय काढ़ा, आयुर्वेदिक गोलियां, प्रत्येक कमरे में गर्म और ठंडे पानी की सुविधा, बच्चों के लिए खिलौने, पुस्तकालय आदि जैसी सुविधाएं समर्थ भारत के कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदान की जाएंगी. रोगियों के लिए भोजन और नाश्ते तथा क्षेत्र की सफाई की जिम्मेदारी नगर निगम द्वारा उठाई जाएगी, जबकि रा. स्व. जनकल्याण समिति उपचार की लागत पूरा करेगी.
श्री. करपे ने इस अवसर पर अपील की कि विभिन्न स्वैच्छिक संगठन, मंडल के इच्छुक युवा कार्यकर्ता और नागरिक कोविड केयर सेंटर के राहत कार्य में शामिल हो सकते हैं और समाज का ऋण चुका सकते हैं. श्री. करपे ने इस सेवा कार्य में शामिल होने की इच्छा रखने वाले हैं. स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण प्रदान करने की तैयारी भी दिखाई.
रा. स्व. संघ राहत कार्य – एक नज़र में
रा. स्व. संघ जनकल्याण समिति पुणे शहर द्वारा 20 जून 2020 तक राहत कार्य की जानकारी –
राहत कार्य 25 मार्च 2020 से शुरू हुआ और यह काम अभी भी जारी है …
- तैयार भोजन के पैकेट – 10 लाख 61 हजार 142
- राशन के पैकेट – 42 हजार 898 परिवार.
- ब्लड बैग का संग्रह – 3 हजार 265
- कुल सेवित लोग (नागरिक) – 2 लाख 20 हजार 923.
हॉटस्पॉट क्षेत्र में स्क्रीनिंग रिपोर्ट – पहला चरण 27 अप्रैल – 18 मई 2020
रा. स्व. संघ जनकल्याण समिति, पुणे नगर निगम और पीपीसीआर के संयुक्त प्रयासों से, पुणे शहर में स्वास्थ्य सुरक्षा सेवा अभियान के तहत गंभीर कोरोना संक्रमण वाले 168 प्रतिबंधित क्षेत्रों में स्वास्थ्य जांच की जा रही है. इसके अनुसार, अब तक 22 हजार 989 घरों में 1 लाख 2 हजार 450 नागरिकों की जांच अब तक पूरी हो चुकी है. उनमें से, 1 हजार 963 नागरिकों में कोरोना से संबंधित लक्षण दिखाई दिए, इसलिए उन्हें आगे के परीक्षण और उपचार के लिए अनुशंसित किया गया है. जनकल्याण समिति द्वारा 27 अप्रैल, 2020 को शुरू किया गया आरोग्य रक्षा सेवा अभियान व्यापक #PunekarAgainstCorona अभियान का हिस्सा है. इस उपक्रम में, 368 डॉक्टरों, 1,016 प्रशिक्षित आरएसएस स्वयंसेवकों, 218 पीएमसी कर्मचारियों और 53 पुलिस कर्मियों ने हिस्सा लिया था.
स्वास्थ्य जांच अभियान – द्वितीय चरण
कोरोना महामारी से मुकाबले के लिए हॉटस्पॉट इलाकों में नागरिकों के लिए सप्ताह में तीन दिनों के लिए तीन डॉक्टरों द्वारा तीन घंटे की स्वास्थ्य जांच का दूसरा चरण पीएमसी और पीसीसीआर के संयुक्त प्रयासों से आरएसएस जनकल्याण समिति द्वारा आरोग्य रक्षा सेवा अभियान के तहत 20 मई 2020 से शुरू किया गया था. इसके तहत, 22 जुलाई, 2020 तक, बस्तियों में 167 जांच केंद्रों के माध्यम से 55 हजार 782 नागरिकों की जाँच की गई. उनमें से, 605 लोगों में कोरोना से संबंधित लक्षण पाए गए थे और इसलिए, उन्हें आगे की जांच के लिए सिफारिश की गई थी. इस पहल में 278 डॉक्टरों और 1 हजार 800 स्वयंसेवकों और 90 से अधिक अन्य संगठनों, संघों और मंडलों के कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया.
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