नई दिल्ली. उत्तरप्रदेश के मेरठ में अवैध हथियार बनाने के लिए कुख्यात गांव राधना के रहने वाले जावेद ने पंजाब में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत सह संघचालक ब्रिगेडियर जगदीश गगनेजा की हत्या के मामले में अहम खुलासा किया है. जावेद खालिस्तान समर्थकों के लिए हथियार सप्लाई करने वाला तस्कर है, जिसे एटीएस ने गिरफ्तार किया है. एटीएस की गहन पूछताछ के दौरान जावेद ने खुलासा किया कि आरएसएस कार्यकर्ता जगदीश गगनेजा (सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर) की हत्या के लिए उसी ने हथियार सप्लाई किये थे. जालन्धर में 06 अगस्त, 2017 की देर शाम सिटी के भीड़-भाड़ वाले वाल्मीकि चैक के पास पूर्व एसएसपी दफ्तर के बाहर ब्रिगेडियर (रिटायर्ड) जगदीश गगनेजा की सरेआम गोलियां मारकर हत्या कर दी थी.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आरोपी जावेद मेरठ के किठौर क्षेत्र में राधना गांव का रहने वाला है. जावेद पंजाब में किसी अपराध के चलते वांछित था. एटीएस मेरठ की टीम जावेद को पकड़ने के लिए राधना गांव गई थी. लेकिन रोपी यहां से चकमा देकर भाग निकला. बाद में उसे रविवार को हापुड़ क्षेत्र से पकड़ा गया. जावेद ने पूछताछ में कई सनसनीखेज खुलासे किये हैं. जावेद ने स्वीकार किया आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या के लिए हथियार मेरठ के राधना गांव से ही लाए गए थे. गगनेजा की हत्या के मामले में अहम खुलासा होने के बाद इसकी सूचना पंजाब पुलिस को दे दी गई है.
राधना में फलफूल रहा है हथियारों की सप्लाई का धंधा
अक्तूबर 2016 में पंजाब के लुधियाना में रविंद्र गुसाई की हत्या की गयी थी. इस हत्याकांड में जांच का जिम्मा एनआईए को सौंपा गया था. 2019 में जांच के लिए एनआईए की टीम जब राधना गांव पहुंची तो एनआईए के साथ एटीएस की टीम भी थी. इन टीमों के उस गांव में पहुंचते ही सुनियोजित हमला किया गया. पंजाब में खालिस्तान मूवमैंट के समर्थकों के लिए हत्यारों को उपलब्ध करवाने में इस गांव की बड़ी भूमिका रही है. राधना गांव के कई लोग पहले भी हथियार तस्करी को लेकर हिरासत में लिये जाते रहे हैं. हथियारों की तस्करी में पकड़ा गया जावेद इसी गांव से वारदातों के लिए हथियार सप्लाई करता रहा है.
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