नई दिल्ली. भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अस्थाई सदस्य के तौर पर आठवीं बार चुना गया, 192 में से 184 वोट मिले.
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने भारत की इस जीत पर खुशी ज़ाहिर की और कहा कि कोरोना वायरस के दौर में सुरक्षा परिषद में हमारा चुना जाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विज़न और वैश्विक लीडरशिप को प्रेरित करने की गवाही देता है.
भारत की इस बड़ी कामयाबी पर टीएस तिरुमूर्ति ने एक वीडियो संदेश के साथ लिखा, “सदस्य देशों ने भारी समर्थन के साथ साल 2021-22 के लिए सुरक्षा परिषद की गैर-स्थायी सीट के लिए भारत का चुनाव किया. भारत को 192 मतों में से 184 मत पड़े.”
इससे पहले भारत सात बार 1950-1951, 1967-1968, 1972-1973, 1977-1978, 1984-1985, 1991-1992 और अखिरी बार 2011-2012 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थाई सदस्य रह चुका है. भारत 2021-22 के कार्यकाल के लिए एशिया-प्रशांत श्रेणी से गैर-स्थायी सीट के लिए एकमात्र उम्मीदवार था. भारत फिर से यूएनएससी में 2021-22 कार्यकाल के लिए एशिया-प्रशांत श्रेणी से अस्थायी सदस्य रहेगा. बीते 17 जून को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2021 से 2022 तक सुरक्षा परिषद के गैर-स्थायी सदस्यों के रूप में भारत समेत आयरलैंड, मैक्सिको और नॉर्वे को चुना है. कनाडा सुरक्षा परिषद में अस्थायी सदस्य बनने में विफल रहा. चुने गए सभी देशों का कार्यकाल 1 जनवरी 2021 से शुरू होगा.
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