जयपुर (विसंकें). अपना संस्थान, राजस्थान की साधारण सभा की वार्षिक बैठक 26 सितंबर को शारदा निकेतन, नागौर में सम्पन्न हुई. बैठक की अध्यक्षता क्षेत्र संघचालक डॉ. भगवती प्रकाश जी ने की. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पौधारोपण जैव विविधता को ध्यान में रखते हुए करना चाहिए ताकि पक्षियों व कीट पतंगों को वर्ष भर भोजन व आवास की कमी न हो. आगामी वर्षों में इस प्रकार पौधारोपण के लिए अपना संस्थान स्वयं ऐसे पौधों की सूची बनाकर वन विभाग को देगा ताकि वन विभाग ये पौधे उचित संख्या में समय पर उपलब्ध करा सके.
बैठक में गत दो वर्षों में अपना संस्थान द्वारा किए कार्यों का विवरण प्रस्तुत करते हुए संस्थान के सचिव विनोद मेलाना जी ने बताया कि राजस्थान में अब तक कुल 8 लाख 12 हजार पौधे लगाए गए, जिनमें इस वर्ष लगाए गए पौधों की संख्या तीन लाख है. राजस्थान के विभिन्न जिलों में 600 घरों व संस्थानों में वर्षा जल संरक्षण का कार्य किया गया, जिसमें जयपुर के दस घर व संस्थान भी शामिल हैं. शाहपुरा, भीलवाड़ा में चार स्थानों पर सघन पौधारोपण कर कृत्रिम जंगल विकसित किए गए.
जयपुर प्रांत संयोजक अशोक जी ने राजस्थान में हुए अन्य कामों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि राजस्थान क्षेत्र में पक्षियों के लिए 26,000 परिंडे व जयपुर प्रांत में 5,000 घोंसले बांधे गए. 15 शहरों में बीस टोलियों ने स्वच्छता अभियान चलाकर सफाई की व लोगों को स्वच्छ भारत मिशन का हिस्सा बनने के लिए प्रेरित किया.
इस अवसर पर अखिल भारतीय बौद्धिक प्रमुख श्री स्वातरंजन जी ने पौधारोपण किया. बैठक में राजस्थान क्षेत्र व तीनों प्रांतों की कार्यकारिणी के सदस्य भी उपस्थित थे.
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