बजरंग दल स्थापना दिवस पर राम मंदिर निर्माण का लिया संकल्प


देहरादून (विसंकें). देश में हिन्दू समाज जिस दिन जातिवाद को त्यागकर एकत्र हुआउस दिन विश्व की कोई शक्ति राम मंदिर निर्माण को नहीं रोक सकती. अयोध्या राम जन्मभूमि थी और रहेगी. बजरंग दल के राष्ट्रीय सह-संयोजक सोहन सिंह सोलंकी विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल के स्थापना दिवस पर नगर निगम सभागार में आयोजित समारोह में मुखय वक्ता के रूप में संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि भारतवर्ष का हर दिन एक त्यौहार के रूप में शुरू होता है. यहां होने वाले हर पर्व का एक उद्देश्य है, जो कहीं न कहीं समाजिक समरसता से जुड़ा है. अखण्ड भारत पर कहा कि हम सबका दुर्भाग्य है कि पिछले 70 सालों में भारतवर्ष की जनता को आज तक यह नहीं पता चलने दिया गया कि बाबरअकबरऔरंगजेब जैसे विदेशी लुटेरे सनातन भारतीय सभ्यता के सबसे बड़े दुश्मन और बर्बरता के उदाहरण रहे हैं. भारत में जयचंदों की बड़ी संख्या ने उन्हें नायक बनाकर शिक्षा के क्षेत्रों में विकसित किया और महाराणा प्रतापबंदा वीर बैरागी और वीर सावरकर जैसे कर्मठ सनातनी चितंकों को शिक्षा और समाज से लुप्त कर दिया गया. जिससे समाज को इन महान लोगों के जीवन से प्रेरणा लेने का मौका नहीं मिला. उन्होंने कहा कि भारत की अखण्डता पर प्रश्नचिह्न लगाने वाले कभी भारत के नहीं हो सकते. भारतवर्ष में रहने और यहां का अन्न-जल ग्रहण करने के बाद भी भारत माता की जय बोलने पर उन्हें क्या आपत्ति है. ऐसी मानसिकता के लोग कभी भारतवर्ष के हित की विचारधारा के नहीं हो सकते हैं. इससे पूर्व महामंडलेश्वर स्वामी सोमेश्वारानंन्द गिरि के राम मंदिर निर्माण के संकल्प को साकार करने से कार्यक्रम आरंभ हुआ. राम मंदिर मुद्दा पूरे भारतवर्ष में हिन्दुओं की आस्था से जुड़ा है.

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