1 लाख से अधिक ध्वजारोहण कर ऐतिहासिक बना ‘एक गाँव एक तिरंगा अभियान’

 

नई दिल्ली. अंडमान निकोबार द्वीप से लेकर मणिपुर के मोइरंग तक और जम्मू-कश्मीर के बारामूला से लेकर मलकानगिरी ओडिशा के सुदूर नवरंगपुर तक, लाखों नागरिकों ने 75वें स्वतंत्रता दिवस उत्सव में भाग लिया. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के “एक गांव, एक तिरंगा” अभियान में देश भर में 1 लाख से अधिक स्थानों पर तिरंगा ध्वज फहराया गया.

अभियान के निमित्त देश के अलग-अलग स्थानों को चिन्हित कर वहां लोगों के साथ ध्वजारोहण किया गया तथा शोभा-यात्रा, सामूहिक राष्ट्र-गान गायन, भारत माता पूजन, सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा प्रतियोगिताओं आदि के माध्यम से आम जनमानस में देशभक्ति की भावना के प्रकटीकरण का भी कार्य किया गया.

अभाविप का मानना है कि देश को स्वतंत्रता दिलाने में देश के प्रत्येक नागरिक का योगदान रहा है. परंतु कुछ लोगों द्वारा यह कुछ चुनिंदा लोगों की उपलब्धि तक ही सीमित कर दिया गया. ऐसे में अभाविप के कार्यकर्ताओं ने देश के प्रत्येक जिले में ध्वजारोहण कर स्वाधीनता के इस अमृत उत्सव को मनाने के साथ-साथ देश के गुमनाम नायकों की कहानियां लोगों को बताते हुए स्वाधीनता के गुमनाम नायकों का  समरण किया.

कार्यकर्ताओं ने इस महाअभियान में पूरे देश के विभिन्न स्थलों पर सम्मान के साथ राष्ट्रीय ध्वज को फहराया. वहीं सूर्यास्त के पूर्व ध्वज के अवतरण को सुनिश्चित किया. अभाविप ने महाभियान के अंतर्गत लद्दाख से लेकर कन्याकुमारी तथा अटक से लेकर कटक तक ध्वजारोहण किया. जिसमें बड़ी संख्या में लोगों की सहभागिता रही.

“अभाविप के कार्यकर्ताओं का देश भर में यह प्रयास अभिभूत करने वाला है. देश स्वाधीनता के 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है. इस वर्ष के प्रारंभ को ही अभाविप के कार्यकर्ताओं ने जिस उत्साह के साथ मनाया है. वह अपने-आप में प्रेरणादायी है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा सम्पूर्ण वर्ष ऐसे विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहेगा.”

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