भारत की महान नेत्री श्रीमती सुषमा स्वराज के असामयिक निधन पर पूरा देश स्तब्ध है, शोकाकुल है. दुःख की इस घड़ी में हम उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना प्रकट करते हैं और ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि वो दिवंगत की आत्मा को अपने चरणों में स्थान दे. उनका राष्ट्र सेविका समिति से गहरा नाता था. वो समिति के हर महत्वपूर्ण कार्यक्रम में उपस्थित रहती थीं और हमारा उत्साहवर्धन करती थीं.
अचानक आए इस आघात से राष्ट्र सेविका समिति परिवार व्यथित है. उनका अवसान हमारे लिए अपूरणीय क्षति है.
सुषमा जी के निधन से मां भारती ने अपनी सुयोग्य, हीरे जैसी बेटी को खो दिया. महान जननेता, प्रभावशाली सांसद, कुशल एवं सफल प्रशासक मंत्री, अद्वितीय वक्ता, बहुभाषी सुषमा जी का अवसान उनके परिवार के लिए ही नहीं, भारतीय जनता पार्टी और संपूर्ण भारत के लिए अपूरणीय क्षति है.
सुषमा जी ने जीवन पर्यंत भारतीय सभ्यता और संस्कृति की अलख जगाए रखी. बड़े से बड़े राष्ट्रीय -अंतरराष्ट्रीय मंचों पर वो पूरे भारतीय साज-सिंगार, माथे पर बिंदी और मांग में सिंदूर के साथ सुशोभित होती थीं. उन्हें रावण रचित अत्यंत कठिन तांडव स्त्रोत याद था. वो अत्यंत शालीन, निर्मल और वात्सल्य से परिपूर्ण थीं, लेकिन आवश्यकता पड़ने पर हिमालय समान दृढ़ भी थीं. वो कोटि-कोटि भारतीय महिलाओं की आदर्श और प्रेरणास्रोत थीं.
कुछ ही समय पूर्व उन्होंने मोदी सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 समाप्त किए जाने की प्रशंसा की थी. खबरों के अनुसार मोदी सरकार ये काम लोकसभा चुनाव से पहले फरवरी, 2019 में ही करने वाली थी और सुषमा जी भी इसकी योजना में शामिल थीं. ये भी विधि की विडंबना है कि वो ठीक उसी दिन हमें छोड़ कर चलीं गईं, जिस दिन इस ऐतिहासिक प्रस्ताव पर संसद ने मोहर लगाई.
हम पुनः ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उनके परिवार को यह दुःख सहने की शक्ति दे. विभिन्न क्षेत्रों में उनका योगदान, विचारधारा के प्रति उनका समर्पण, उनका वात्सल्यपूर्ण व्यवहार भारतवासियों को सदा याद रहेगा. वो सदा भारतीय महिलाओं की आदर्श और प्रेरणास्रोत बनी रहेंगी.
ॐ शान्ति शान्ति शान्ति:
वी. शांता कुमारी सीता अन्नदानम
अ. भा. प्रमुख संचालिका अ. भा. सह कार्यवाहिका
राष्ट्र सेविका समिति राष्ट्र सेविका समिति
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