अपने कार्य से समाज को परिचित करवाना ही प्रचार विभाग का कार्य – डॉ. अवनीश भटनागर

जबलपुर (विसंकें). विद्या भारती के राष्ट्रीय मंत्री डॉ. अवनीश भटनागर जी ने कहा कि हमें किसी भी कार्य को करने के लिए उसमें उतरना पड़ता है. हम अच्छा कार्य करें, उसकी सुगन्ध समाज में फैले. श्रीगुरुजी के अनुसार मेरा स्वयंसेवक ही मेरा प्रचार है. जो लोग समाज के बारे में सोचने की धारा रखते हैं, जिनकी समाज सुनता है, उसे मानता है, उन्हें ओपिनियन मेकर कहते हैं. इनकी 3 श्रेणी हैं – 1. अकादमिक …. जिसमें कुलपति से लेकर ग्राम तक के शिक्षक, 2. बुद्धिजीवी …… जिसमें वकील, डॉक्टर, इंजीनियर, जज, सामाजिक संगठन के पदाधिकारी, 3. मीडिया ….. जिसकी पहुँच हमारे घर तक है. इसके अतिरिक्त तीन अन्य भी हैं. जिन्हें हम RBI धर्म आधारित संस्था, SBI आध्यात्मिक संस्था और CBI जाति आधारित संस्था के नाम से भी जानते हैं. इनके प्रमुखों द्वारा कही बात सब मानते हैं. इन सबके माध्यम से हमारे द्वारा किये कार्य का समाज से परिचय कराना हमारा मुख्य उद्देश्य है. डॉ. अवनीश जी मध्य क्षेत्र की दो दिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में मध्य क्षेत्र के चार प्रान्तों से आए 28 प्रचार प्रमुखों को संबोधित कर रहे थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्या भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. गोविंद शर्मा जी ने की.
कार्यशाला के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता कर रहे भोज मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. जयन्त सोनवलकर जी ने कहा कि वर्तमान युग में ज्ञान प्रबंध सफलता का प्रथम सूत्र है. हम जो कार्य करें, उसे जन मानस तक जरुर पहुँचाएं. अनुभव से सीखना हमारा उद्देश्य होना चाहिए. जिस क्षेत्र में हम कार्य करें, उसकी सम्पूर्ण जानकारी हमें होनी चाहिए. सामूहिक प्रयास और साहसिक नेतृत्व, सम्प्रेषण कला, टीम भावना से कार्य सफल करता ही है, समस्याओं का निदान भी करता है

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