राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर विज्ञान महाकुंभ का भव्य आगाज

TUESDAY, FEBRUARY 27, 2018

राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर विज्ञान महाकुंभ का भव्य आगाज

जयपुर (विसंकें). राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर जयपुर के मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान स्थित विवेकानंद लेक्चर थियेटर कॉम्पलैक्स (वी.एल.टी.सी.) में विज्ञान भारती राजस्थान और एम.एन.आई.टी. के संयुक्त तत्वाधान में तीन दिवसीय राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव का आगाज हुआ. कार्यक्रम का उद्द्याटन दीप प्रज्ज्वलन से हुआ.
विज्ञान भारती के राष्ट्रीय संगठन सचिव जयन्त सहस्त्रबुद्धे जी ने कहा कि विज्ञान भारती देश में स्वदेशी आंदोलन का कार्य कर रही है. देश में युवा विज्ञान के साथ स्वावलम्बी बने, इसके लिए विज्ञान भारती प्रयासरत है. भारत के प्रसिद्व वैज्ञानिक चन्द्रशेखर वैंकटरमण (28 फरवरी, जन्मदिवस) के जीवन के बारे में उपस्थित युवाओं को बताया. नोबल पुरस्कार प्राप्त करते वक्त भी उनके मन में (सीवी रमण) पीड़ी थी कि मेरा तो सम्मान आज इस पुरस्कार  के रूप में हो रहा है, किन्तु मेरे देश का सम्मान नहीं हो रहा है. सी.वी. रमण का मानना था कि देश का उत्थान विज्ञान द्वारा ही हो सकता है. हमें उनके इस संकल्प को विज्ञान के माध्यम से आगे बढ़ाना चाहिए.
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता जोधपुर आई.आई.टी के निदेशक डॉ. सी.वी.आर. मूर्ति ने कहा कि हमें देश में तकनीकी क्षेत्र को ओर विकसित करना होगा. हमें शिक्षा के माध्यम से तकनीकी क्षेत्र के विद्यार्थियों में ओर निखार लाना होगा. तभी देश विज्ञान के साथ तकनीक का भी विकास होगा.
एम.एन.आई.टी. के निदेशक डॉ. उदय कुमार यागारेट्टी ने कहा कि भारत में ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों में प्रतिभा की कमी नहीं है. हमें उसे तराश कर निखारने की आवश्यकता है. हम प्रतिभाओं को खोज कर उन्हें आगे बढ़ाने में अपना योगदान दे सकते हैं.
विज्ञान भारती के प्रदेश महासचिव डॉ. मेघेन्द्र शर्मा जी ने कहा कि विज्ञान भारती का उद्देश्य इस प्रकार के आयोजन से प्रतिभाओं को तलाशना है. जिससे भारत विश्व पटल पर अपनी अलग पहचान बना सके. भारत में विज्ञान आदि काल से मानव कल्याण के लिए काम आ रहा है. देश में अनेक वैज्ञानिक हुए है. किन्तु आज शिक्षा के पाश्चात्यकरण के कारण हमें उनके बारे में नहीं बताया जाता.
महिला एवं बाल आयोग अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी ने कहा कि विज्ञान हमारी जीवन शैली में है. भारत में धर्म और विज्ञान सदैव समानांतर रहे हैं. विज्ञान भारती देश में नया परिवर्तन लाएगी जो विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र में देश को आगे बढञाएगा. कार्यक्रम को आई.आई.टी. दिल्ली के पूर्व प्रोफेसर डॉ. टी.के. दत्ताजी ने भी सम्बोधित किया. एम.एन.आई.टी. के डॉ. बी.एल. स्वामी जी ने सभी का धन्यवाद दिया.
कार्यक्रम में विज्ञान भारती द्वारा आयोजित विद्यार्थी विज्ञान मंथन के विजेता विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया गया. वी.एल.टी.सी. परिसर में विज्ञान एक्सपो का भी उद्द्याटन हुआ. जिसमें विद्यार्थियों के विज्ञान मॉडलों को प्रदर्शित किया गया है. मिथकों और चमत्कारों की वैज्ञानिक व्याख्या’ विषय पर व्याख्यान के साथ रोल प्ले, विज्ञान नाटक, विज्ञान प्रश्नोत्तरी, चित्रकला प्रतियोगिता का भी आयोजन हुआ.

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