भुवनेश्वर : राजधानी में आयोजित चार दिवसीय आध्यात्मिक हिंदू सेवा मेला में बुधवार को
सामूहिक कन्या पूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें 500 कन्याओं का 500 बच्चों ने वैदिक रीति के अनुसार पूजन किया। मंत्रोच्चार एवं हुलहुली ध्वनि के बीच कन्याओं की आरती उतारी तथा एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर अनुष्ठान का समापन हुआ। इस सामूहिक कन्या पूजन अनुष्ठान को देखने के लिए लोगों की खासी भीड़ उमड़ी। आइएमसीटी के कार्यकारी अध्यक्ष मुरली मनोहर शर्मा ने कहा कि कन्या पूजन की परंपरा भारत में काफी पुरानी है, जो अब लुप्त हो गई है। इसे पुन: प्रचलन करने एवं कन्या पूजन के महत्व के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से कन्या पूजन जरूरी है। उन्होंने कहा कि इतनी संख्या में बच्चों का यहां पहुंचना इस बात को दर्शाता है कि हम यदि मेहनत करें तो अपनी परंपरा को पुनर्जीवित कर सकते है। इस आयोजन में देव प्रसाद मिश्र एवं आइएमसीटी की टीम ने सहयोग किया।
सामूहिक कन्या पूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें 500 कन्याओं का 500 बच्चों ने वैदिक रीति के अनुसार पूजन किया। मंत्रोच्चार एवं हुलहुली ध्वनि के बीच कन्याओं की आरती उतारी तथा एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर अनुष्ठान का समापन हुआ। इस सामूहिक कन्या पूजन अनुष्ठान को देखने के लिए लोगों की खासी भीड़ उमड़ी। आइएमसीटी के कार्यकारी अध्यक्ष मुरली मनोहर शर्मा ने कहा कि कन्या पूजन की परंपरा भारत में काफी पुरानी है, जो अब लुप्त हो गई है। इसे पुन: प्रचलन करने एवं कन्या पूजन के महत्व के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से कन्या पूजन जरूरी है। उन्होंने कहा कि इतनी संख्या में बच्चों का यहां पहुंचना इस बात को दर्शाता है कि हम यदि मेहनत करें तो अपनी परंपरा को पुनर्जीवित कर सकते है। इस आयोजन में देव प्रसाद मिश्र एवं आइएमसीटी की टीम ने सहयोग किया।
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