संघ समाज को संस्कारित और संगठित करने का कार्य कर रहा – कैलाश जी
एक अन्य कार्यक्रम में मुख्य वक्ता ने कहा कि हिन्दुत्व राष्ट्रीयत्व है, और राष्ट्रीयत्व ही हिन्दुत्व है. विजयशालिनी शक्ति से ही राष्ट्र का उद्धार होगा. संघ का स्वयंसेवक दैनिक शाखा की नित्य साधना से ही संगठन का भाव ग्रहण करता है. शाखा से व्यक्ति, व्यक्ति से राष्ट्र का निर्माण होता है. आज समाज को संगठन की आवश्यकता है. संघ का स्वयंसेवक राष्ट्र सेवा के लिए जो कुछ सम्भव होता है, वह करता है.संघ के स्थापना दिवस पर शहर में 26 स्थानों पर शस्त्र पूजन कार्यक्रम हुए. इसके बाद समस्त स्थानों पर क्षेत्र के विभिन्न मार्गों हजारों स्वयंसेवक घोष के साथ कदम से कदम मिलाते हुए पथ संचलन करते हुए निकले.
Comments
Post a Comment